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- आप चार या पाँच बड़े इनवेस्टर्स को चुन सकते हैं और उनके कुछ विचारों को अपने मापदंडों के साथ मिलाकर उनके चुने हुए स्टॉक में से कुछ को चुन सकते हैं और उन व्यवसायों को छोड़ सकते हैं जिन्हें आप नहीं समझते ।
- यह भी महत्वपूर्ण है कि यदि आप नक़ल कर रहे हैं, तो सबसे सही नक़ल करें।
- रिटेल के बड़े इनवेस्टर्स को- किसी भी निवेश को करने से पहले अपनी जोखिम सहने की क्षमता को देखना चाहिए क्योंकि विभिन्न लोगों की जोखिम लेने की क्षमता अलग अलग होती है।
- किसी भी निवेशक को स्टॉक में या क्लोन पोर्टफोलियो में निवेश करने से पहले खुद से जानकारी हासिल करनी चाहिए ।
- बड़े इनवेस्टर्स के प्रवेश और बिक्री पर पूरी तरह से नज़र रखनी चाहिए ।
भारतीय शेयर बाजारों ने चार-पांच वर्षों में एक मजबूत तेज़ी की रैली देखी है।
कई शेयरों में कई गुना वृद्धि हुई है।
Table of Contents |
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आँख बंद करके बड़े इनवेस्टर्स का अनुसरण नहीं करने के कारण |
क्लोनिंग रणनीति – दूसरा तरीका |
क्लोनिंग पर विश्लेषण |
इसलिए रिटेल निवेशक जो इस पार्टी में देर से आए हैं, वे उत्सुकता से धन- से लाभ कमाने के अवसरों की तलाश कर रहे हैं।
कई रिटेल के बड़े इनवेस्टर्स शेयर बाजारों में बड़े निवेशकों के स्टॉक में निवेश करने की नकल करते हैं। हम यह नहीं कहेंगे कि सफल निवेशकों की नकल करना गलत है।
लेकिन आप जो नकल करते हैं वह पहले विचार करके करनी चाहिए ।
किसी के निवेश के दृष्टिकोण की नकल करना एक बात है।
और एक सफल निवेशक के स्टॉक पोर्टफोलियो को आँख बंद करके नकल करना पूरी तरह से एक अलग खेल है। यदि आप स्वयं को ये बाद वाला कार्य करते हुए पाते हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक चेतावनी है।
आँख बंद करके बड़े इनवेस्टर्स का अनुसरण नहीं करने के कारण
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1. बड़े निवेशक भी गलतियाँ करते हैं:
लोग सोचते हैं कि अत्यधिक सफल लोग अजेय हैं, वे गलतियाँ नहीं करते हैं। मगर आपको ये बता दें कि सभी निवेशक गलतियां करते हैं।
यहां तक कि महान वारेन बफेट भी गलतियां करते हैं। उन्होंने स्वीकार किया हैं कि प्रमुख खुदरा विक्रेता टेस्को में उनका निवेश एक बहुत बड़ी गलती थी।
सिर्फ इसलिए कि एक बड़े निवेशक ने एक विशेष स्टॉक में निवेश किया है, इसकी कोई गारंटी नहीं है कि यह अच्छा प्रदर्शन ही करेगा।
2. अलग-अलग लोगों की अलग समय सीमा होती है:
एक बड़े निवेशक को आंख मूंदकर नक़ल करने की एक और समस्या यह भी है कि आप यह नहीं जानते कि वह 1 साल या 10 साल बाद कब बेचेगा या वह या वह काफी बड़े समय के लिए खरीद रहा है ।
कई खुदरा निवेशकों के पास अक्सर ऐसी समय सीमा से पहले बेचने के व्यक्तिगत कारण होते हैं जो बड़े निवेशकों की अवधि से कम होते हैं।
संक्षेप में, आपको उनके निवेश की समय सीमा पता नहीं होगी। इसलिए, यह खुदरा निवेशकों के जोखिम को बढ़ाता है।
3. नया निवेश – पोर्टफोलियो का एक छोटा सा हिस्सा:
जब ये बड़े निवेशक किसी कंपनी में एक प्रतिशत या उससे अधिक खरीदते हैं, तो एक संभावना यह भी हो सकती है कि निवेशित धन राशि उनके समस्त पोर्टफोलियो का 10% -15% तक का हिस्सा हो सकती है।
किसी भी चीज़ को बिना जाने नक़ल कर, खुदरा निवेशक अपने पोर्टफोलियो का एक बड़ा हिस्सा उस विशेष स्टॉक में निवेश कर देता हैं।
यदि यह निवेश गलत हो जाता है, तो बड़े निवेशक, बेहतर जानकारी होने के कारण समय पर बाहर निकल जाएंगे। उनकी हिस्सेदारी वैसे भी उनके पोर्टफोलियो का एक छोटा सा हिस्सा होता है। लेकिन जो खुदरा निवेशक है उसे समान जानकारी नहीं होती है और अधिक निवेशित होने के कारण, वह अपने पैसे का एक बड़ा हिस्सा खो सकता है।
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4. वे आपके ज्ञान के बिना प्रवेश कर सकते हैं और बाहर निकल सकते हैं:
यदि कोई बड़ा निवेशक अपने निवेश को प्रकट नहीं करना चाहता है, लेकिन फिर भी एक बड़ा हिस्सा खरीदता है; तो वह कई निवेश कंपनियों का उपयोग करके ऐसा कर सकता है।
यदि प्रत्येक कंपनी एक प्रतिशत से कम हिस्सेदारी खरीदती है, तो दूसरों को बड़े निवेशक का कंपनी में सही प्रतिशत का पता नहीं चलेगा।
स्टॉक में प्रवेश करने पर बड़े निवेशक काफी प्रचार करते हैं। । लेकिन जब वे बाहर निकलते हैं, तो वे आमतौर पर इसके बारे में बात भी नहीं करते हैं।
यह ट्रैक करना अच्छा है कि अन्य बड़े निवेशक क्या कर रहे हैं, लेकिन किसी का अनुसरण करते हुए स्टॉक की योग्यता और जोखिम को समझे बिना आँख बंद करके स्टॉक खरीदना अच्छा नहीं है।
क्लोनिंग रणनीति – दूसरा तरीका:
एक क्लोन बड़े निवेशकों के शेयर विचारों के आधार पर बनाए गए शेयरों का एक बस नया पोर्टफोलियो है।
शेयर बाजार के सभी लोग क्लोनिंग कर रहे हैं लेकिन इसे संघठित तरीके से करना अलग बात है।
क्लोनिंग रणनीति, मोहनीश पबराई द्वारा बनाया गया एक शब्द है।
वह अमेरिकी बाजार में वारेन बफेट जैसे नामी निवेशकों के पोर्टफोलियो का क्लोन बनाते थे और वार्षिक रूप से S&P 500 को सं 2000 से 10 फीसदी से पराजित कर एक बहुत अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड कायम किया था।
आप यहां क्लिक करके हमारे क्लोनिंग पर बने वेबिनार को भी देख सकते हैं:
स्टॉक मार्केट की सफलता के लिए अपने तरीके का क्लोनिंग
क्लोनिंग पर विश्लेषण:
अमेरिका में कुछ प्रोफेसर थे जिन्होंने 1975 से 2005 तक के वॉरेन बफेट द्वारा खरीदे गए हर स्टॉक को देखा और उनका विश्लेषण किया।
यदि आपने सार्वजनिक रूप से ज्ञात होने के बाद उस स्टॉक को महीने के अंतिम दिन अधिक कीमत पर खरीदा जो बफेट ने खरीदा था, और बफ़ेट के बेचने के बाद सार्वजनिक रूप से ज्ञात हो जाने के बाद महीने के अंतिम दिन कम दाम पर भी बेचा है तो भी अगर आपने 30 साल तक हर शेयर को इसी तरह खरीदा और बेचा, तो आप एक साल में सूचकांक को 11.5 फीसदी से हरा सकते हैं।
शेयर बाजार में करीब 5500 कंपनियां हैं। खुदरा निवेशक के लिए सभी कंपनियों या सभी उद्योगों का विश्लेषण करना संभव नहीं है।
इसलिए, क्लोनिंग को एक रणनीति के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि बड़े निवेशक, म्यूचुअल फंड प्रबंधकों आदि के पास अच्छे शेयरों को चुनने के लिए अच्छा ज्ञान और अच्छे संसाधन हैं।
आप वॉच लिस्ट बनाने के लिए इस प्रक्रिया का उपयोग कर सकते हैं और इसके बाद आप स्टॉकेज ऐप्प का उपयोग करके प्रमोटर, कंपनी और उद्योग का अध्ययन कर सकते हैं।
निवेश करने से पहले यह एक स्कैनर के रूप में कार्य करता है।
हैप्पी लर्निंग!