English: Click here to read this article in English.
कॉल ऑप्शन शुरू करते समय ऑप्शन्स की कार्यविधि को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। आप ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करते समय ऑप्शन ट्रेडिंग टर्म्स, कॉल और पुट ऑप्शन्स परिचित हो गए होंगे।
लेकिन आप आश्चर्यचकित होंगे कि इन ऑप्शन को कैसे ट्रेड करें और भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग की प्रमुख फीचर क्या है।
तो, आइये हम पहले समझते हैं कि call option क्या है और फिर हम एक उदाहरण के साथ कॉल ऑप्शन में गहराई से जाते है׀
कॉल ऑप्शन क्या है?
Call option trading एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट है जिसमें खरीदार को मुख्य स्टॉक की एक विशेष मात्रा को बिना किसी बाध्यता के पूर्व निर्धारित प्राइस पर खरीदने का अधिकार होता है׀
अब आइये हम इसे एक उदाहरण के साथ समझते हैं:
हम मान लेते हैं कि एक स्टॉक आज 100 रुपये पर ट्रेड कर रहा है׀
आज, एक महीने के बाद आपको वही समान स्टॉक 100 रूपये में खरीदने का अधिकार मिल रहा है, लेकिन केवल तब ही जब शेयर 100 रूपये से अधिक के प्राइस पर ट्रेड कर रहा है׀
क्या आपको इसे खरीदना चाहिए?
जवाब है हाँ, क्योंकि इसका मतलब यह है कि 1 महीने के बाद भी अगर शेयर 120 पर ट्रेड कर रहा है, और आप अभी भी इसे 120 रूपये पर खरीद सकते हैं׀
यह अधिकार पाने के लिए आपको आज एक छोटे से अमाउंट 5 रूपये, का भुगतान करना होगा׀
अब, अगर शेयर का प्राइस 100 रूपये से ऊपर जाता है, तो आप अपने अधिकार का उपयोग करके शेयर को 100 रूपये पर खरीद सकते हैं׀
अगर शेयर प्राइस 100 रूपये पर ही बना रहा या उसके नीचे चला गया तो आपको शेयर को खरीदने की जरुरत ही नहीं है׀
आपको केवल 5 रूपये का लॉस होगा जिसे आपने इस केस में खरीदी के लिए भुगतान किया था׀
इस तरह के ऑप्शन्स कॉन्ट्रैक्ट को call option के रूप में जाना जाता है׀
Long Call Option Trading क्या है?
जब ट्रेडर्स यह उम्मीद करते हैं कि प्राइस ऊपर मूव कर सकता है तब वे कॉल ऑप्शन में लॉन्ग पोजीशन ले सकते हैं׀
लॉन्ग कॉल ऑप्शन खरीदने के लिए निवेशकों को प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है׀ निवेशक बेहतर प्रॉफिट की उम्मीद में इन ऑप्शन्स को खरीदते हैं׀
लेकिन अगर प्राइस स्ट्राइक प्राइस से नीचे गिर जाता है, तो ऑप्शन होल्डर्स उस अमाउंट को गवां देते है जो उन्होंने प्रीमियम के लिए भुगतान किया था׀
उदाहरण के लिए, हम मान लेते हैं कि स्टॉक की स्ट्राइक प्राइस 5000 रूपये है और प्रीमियम 35 रूपये है׀
इसका यह अनुमान लगाया जाता है कि आने वाले महीनों में इसकी प्राइस बढ़ जाएगी, आप एक call option होल्डर होने के नाते शेयरों की एक विशेष मात्रा की खरीदी का अपना अधिकार बनाए रख सकते हैं׀
यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहते हैं – Option Trading Made Easy
प्रीमियम ही वह अधिकतम अमाउंट है जिसे लॉस के रूप में भुगतने के लिए खरीदार राज़ी होगा׀ अगर शेयर का प्राइस आने वाले महीनों में बढ़ता है, तो खरीदार इस कॉल ऑप्शन का उपयोग कर सकता हैं׀
अगर शेयर का प्राइस 5000 रूपये के स्ट्राइक प्राइस से आगे नहीं बढ़ता है, तो यह ऑप्शन एक पर्टिकुलर तारीख के बाद समाप्त हो जाता है׀ इस प्रकार से खरीदार को प्रीमियम पर 35 रूपये का लॉस होता है׀
उपरोक्त चित्र से, आप देख सकते हैं कि आपका प्रॉफिट अनलिमिटेड होगा अगर प्राइस ऊपर की ओर बाधा और लॉस प्रीमियम तक लिमिटेड होगा׀
आप Elearnoptions का प्रयोग करके लॉन्ग कॉल ऑप्शन स्ट्रेटेजीज का उपयोग कर सकते हैं׀
Short Call Option Trading क्या है?
शॉर्ट call option में एक पूर्वनिर्धारित प्राइस पर दिए गए मुख्य एसेट के एक ऑप्शन को बेचना शामिल है׀
यह स्ट्रेटेजी लिमिटेड प्रॉफिट की ओर ले जाती है अगर शेयर स्ट्राइक प्राइस से नीचे ट्रेड करते हैं, और अगर यह स्ट्राइक प्राइस से अधिक वैल्यू पर बेचा जाता है, तो यह पर्याप्त रिस्क को आकर्षित करता है׀
उपरोक्त चित्र से, आप देख सकते हैं कि call option को शॉर्ट करते समय, प्रॉफिट इसके प्रीमियम अमाउंट जो कि 35 रूपये है, तक लिमिटेड है और लॉस अनलिमिटेड है׀
इंडेक्स और स्टॉक Call Option क्या है?
एक इंडेक्स कॉल ऑप्शन एक इंडेक्स को खरीदने का अधिकार है और प्रॉफिट या लॉस इंडेक्स की वैल्यू के मूवमेंट पर निर्भर करते हैं׀
उदाहरण के लिए, निफ्टी कॉल, बैंक निफ्टी कॉल, इत्यादि׀
जबकि, स्टॉक ऑप्शन इंडिविजुअल स्टॉक के ऑप्शन है जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, इनफ़ोसिस, और अडानी SEZ, इत्यादि पर ऑप्शन्स׀
दोनों केस में कॉल ऑप्शन की ट्रेडिंग करना समान है׀ जब हम कॉल ऑप्शन को खरीदते हैं तो हम स्टॉक या इंडेक्स के प्राइस का ऊपर जाने की उम्मीद करते हैं׀
मासिक और साप्ताहिक कॉल ऑप्शन क्या है?
मासिक call option वह ऑप्शन्स है जो प्रत्येक महीने के अंतिम गुरुवार के दिन समाप्त होता है׀
SEBI ने विशेष रूप से बैंक निफ्टी के लिए एक नया प्रोडक्ट पेश किया है जिसे साप्ताहिक ऑप्शन कहते हैं׀ मुख्य विचार यह था कि प्रत्येक सप्ताह समाप्ति करके ऑप्शन्स के रिस्क को कम किया जाए।
ITM और OTM कॉल ऑप्शन क्या है?
इन-द-मनी (ITM) कॉल ऑप्शन वह है जिसमें मार्केट प्राइस स्ट्राइक प्राइस से अधिक होती है׀
समान रूप से, आउट ऑफ़ थे मनी (OTM) कॉल ऑप्शन वह है जहाँ मार्केट प्राइस स्ट्राइक प्राइस से कम होता है׀
उदाहरण के लिए, अगर ITC लिमिटेड का मार्केट प्राइस 180 रूपये है, तो 170 का कॉल ऑप्शन ITM होगा जबकि 200 का कॉल ऑप्शन OTM होगा׀
Call Options और पुट ऑप्शन्स के बीच अंतर:
एक निवेशक पुट ऑप्शन को तब खरीदता है जब उसे उम्मीद होती है कि एक मुख्य एसेट का प्राइस एक विशेष समय सीमा में घट जाएगा׀
नीचे कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन के बीच अंतर दिए गए हैं:
Call Option के प्राइस पर क्या प्रभाव डालता है?
कई कारक हैं जो कॉल ऑप्शन के प्राइस को प्रभावित करते हैं, जिनमें स्ट्राइक प्राइस और मार्केट प्राइस महत्वपूर्ण कारक हैं׀
पॉलिटिकल इवेंट, जो कि मार्केट की अनिश्चितता और वोलेटाइलिटी का कारण है, इन ऑप्शन्स के प्राइस को ऊपर बढ़ा सकते हैं׀
आप StockEdge web version का उपयोग करके अगले दिन ट्रेडिंग के लिए स्टॉक फ़िल्टर करने के लिए ऑप्शन स्कैन का भी उपयोग कर सकते हैं׀
महत्वपूर्ण बिंदु:
- एक call options एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमें खरीदार के पास एक मुख्य स्टॉक की एक विशेष मात्रा को बिना किसी बाध्यता के पूर्व निर्धारित मूल्य पर खरीदने का अधिकार है।
- जब ट्रेडर्स को यह उम्मीद होती है कि प्राइस ऊपर बढ़ सकती है तो वे call option में एक लॉन्ग पोजीशन ले सकते हैं।
- एक शार्ट कॉल ऑप्शन का अर्थ एक पूर्वनिर्धारित प्राइस पर दिए गए मुख्य एसेट पर एक ऑप्शन बेचना है।
- एक इंडेक्स कॉल ऑप्शन एक इंडेक्स खरीदने का अधिकार है तथा प्रॉफिट या लॉस इंडेक्स के प्राइस मूवमेंट पर निर्भर करता है।
- कई कारक है जो कॉल ऑप्शन के प्राइस को प्रभावित करते हैं, जिनमें स्ट्राइक प्राइस और मार्केट प्राइस महत्वपूर्ण कारक है।